दशहरा
चित्र सौजन्य - विजय कुमार |
आज आया दशहरे का पर्व
लोगो के दिलों में समाया हर्ष
सब मिल कर तम भगायेंगे
नव प्रकाश के दीप जलायेंगे
चारों और छाया है सच्चाई का रंग
झूठ का मूहं हुआ देखो कैसा बंदरंग
दशहरा है बुराई पर अच्छाई की जीत का पर्व
इस दिन सत्य की विजय व झूठ की हार का पर्व
आज हुआ था राम - रावण युद्ध का अंत
जीती सच्चाई थी मिली ख़ुशियाँ अनंत
झुठ के प्रतीक रावण को जलाते है
अत्याचार धोखा फ़रेब को जलाते है
सब मिल कर नया उत्सव मनायेंगे
सब मिल कर आओ झूमें नाचे गाये
द़शहरा भक्ति व सच्चाई का प्रतीक
दशहरा सच्चाई की ताक़त की निशानी
पतन हुआ रावण का टूटा था अंहकार
रामराज्य का हुआ शिलान्यास
अंदर के रावण को हम जलायेंगे
अच्छाई के नये अंकुर दहकायेंगे
जल गई लंका, ढह गया रावण
राम का हुआ राजतिलक पावन
आया आज दशहरे का पर्व
लोगो के दिलो में समाया हर्ष.
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रामचंद्र की कहानी - अलका
मेरी अम्माँ मुझे बताती
रामचन्द्र की कहानी सुनाती
राम ने रावण को मारा
तोड़ दिया अभिमान सारा
बुराई पर अच्छाई की जीत
असत्य पर सत्य की जीत
आज के दिन राम रावण
युद्ध का हुआ था अंत
राम के हाथो रावण का अंत
बुराई का पुतला हम हर साल जलाते है
सच्चाई की जीत का जश्न मनाते है
रावण के हार की कहानी हमें याद दिलाती है
कितनी भी बड़ी हो बुराई सच्चाई से हार जाती है
कितना भी हो शक्तिशाली
झूठ से मात खाता मवाली
तेरह दिन भीषण युद्ध हुआ
फिर रावण का अंत हुआ
सत्य को करो कितना भी प्रताड़ित
कर न सकेगा सत्य को पराजित
तेज उसका निंरन्तर निखरता रहेगा
संकटों से लड़ कर शक्तिशाली बन जाते है
संघर्षो की डगर पार कर नंई मंजिल पा जाते है
मेरी अम्मा मुझे बताती
रामचंद्र की कहानी सुनाती.
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कवयित्री- अलका पाण्डेय
कवयित्री का ईमेल - alkapandey74@gmail.com
प्रतिक्रिया हेतु ईमेल - editorbejodindia@yahoo.com